चंद्रशेखर ब्यूरो चीफ प्रयागराज
उतराव। उतराव पुलिस ने शैलेश यादव हत्याकांड में हत्या के राज का पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। पुलिस हत्या में शामिल नाबालिक प्रेमिका के पिता व फुफेरे चाचा व नाबालिक प्रेमिका यानी कक्षा 9 की छात्रा जेल के सलाखों के पीछे गई। पुलिस ने तीनों को न्यायालय के लिए चालान कर दिया। ज्ञात हो की 30 नवंबर को सराय इस्माइल लाला का पूरा गांव निवासी शैलेश यादव का घर से 200 मीटर दूरी पर तालाब के पास खेत में खून से लथफथ लाश मिली थी। जिसमें पुलिस ने शव के पास से ही एक जोड़ी चप्पल एक कीपैड मोबाइल व एक फरसी बरामद किया था। पुलिस ने मोबाइल के जरिए वैज्ञानिक एविडेंस बयान साक्ष्य कैफ के आधार पर आरोपियों तक पहुंच गई। थाना अध्यक्ष पंकज त्रिपाठी ने प्रेमिका के पिता व उसके फुफेरे चाचा को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो तोते की तरह कहानी रट दिया। थाना अध्यक्ष पंकज त्रिपाठी ने बताया कि पूछताछ में आरोपी हैदर पुत्र मुनव्वर व उसके बुआ का लड़का चांद बाबू पुत्र गुड्डू दोनों मिलकर शैलेश यादव की निर्मम हत्या की थी। पूछताछ में पुलिस को बताया कि 30 नवंबर शाम को काल्पनिक नाम खुशनुमा अपने प्रेमी से मिलने के लिए तालाब के पास खेत में गई थी। जहां चाद बाबू को इस बात की भनक लग गई। वहीं वह फौरन हैदर को बताया दोनों गुस्से में फारसी लेकर उसकी हत्या के उद्देश्य से चल दिए।मौके पर दोनों आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए जहां शैलेश यादव ठंड का हूडी ऊनी वस्त्र पहना हुआ था। जिसमें गले के पास रस्सी लगी हुई थी। चांद बाबू ने रस्सी को पकड़कर गर्दन में कस के बाध दिया। कुछ देर बाद वह बेहोश हो गया बेहोश होने के बाद हैदर ने फरसी से शैलेश यादव के सिर पर कई बार वार किया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात देने के बाद वहां से हैदर भागने लगा तो उसकी कीपैड मोबाइल व चप्पल छूट गई। डर बस वह फरसी भी फेक कर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को मोतिहा पब्लिक इंटर कॉलेज स्कूल के पास से गिरफ्तार कर आरोपियों का न्यायालय के लिए चालान कर दिया।घटना में प्रयुक्त आला कत्ल फरसी भी पुलिस ने बरामद किया।
