श्री महावीर जी में विश्व शांति महायज्ञ एवं मंडल विसर्जन: श्रद्धालुओं ने की सुख-समृद्धि की कामना।

Police news today
0
श्री महावीर जी में विश्व शांति महायज्ञ एवं मंडल विसर्जन: श्रद्धालुओं ने की सुख-समृद्धि की कामना।

हिंडौन सिटी जिला करौली,
रिपोर्टर विजय कुमार पांडेय,

श्री महावीर जी, 14 फरवरी श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी में आयोजित श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का समापन विश्व शांति महायज्ञ एवं मंडल विसर्जन के साथ अपार श्रद्धा और भक्तिभाव के साथ संपन्न हुआ। इस पावन अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने हवन में आहुति अर्पित कर विश्व शांति, सुख-समृद्धि और आत्मकल्याण की मंगलकामना की। पूरा वातावरण मंत्रोच्चार, भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा से ओत-प्रोत हो गया।

महायज्ञ: आहुति के साथ उमड़ी भक्तों की श्रद्धा

प्रातः 7.30 बजे श्रद्धालुओं ने पूरे भक्तिभाव के साथ जिनेन्द्र भगवान का अभिषेक व शांतिधारा सम्पन्न की। आर्यिका श्री 105 दीक्षाश्री माताजी के पावन सानिध्य में पंडित मुकेश जैन शास्त्री ने वेद-मंत्रों के उच्चारण के साथ विश्व शांति महायज्ञ प्रारंभ कराया। अग्नि में आहुति देते समय श्रद्धालु "ॐ ह्रीं श्रीं अर्हं नमः" मंत्र का जाप कर रहे थे, जिससे संपूर्ण परिसर आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। आहुति के दौरान भक्तों ने अपनी मनोकामनाएँ प्रभु को अर्पित कीं और जीवन में सुख-शांति की प्रार्थना की। हवन कुंड से उठती सुगंधित धूप और वेद-मंत्रों की गूंज ने वातावरण को अत्यंत दिव्य और भक्तिमय बना दिया।
मंडल विसर्जन: भाव-विभोर हुए श्रद्धालु।
महायज्ञ के उपरांत श्री सिद्धचक्र महामंडल का विसर्जन संपन्न हुआ। श्रद्धालुओं ने भावपूर्ण हृदय से प्रभु जिनेंद्र की वंदना करते हुए सिद्धचक्र को मंत्रोच्चार एवं भक्तिगीतों के साथ विसर्जित किया। इस पावन क्षण में हर भक्त की आँखें श्रद्धा से नम थीं और मन प्रभु भक्ति में लीन था।
श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, वात्सल्य भोजन की व्यवस्था
इस दिव्य आयोजन में दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने भाग लिया और धर्मलाभ प्राप्त किया। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वात्सल्य भोजन की विशेष व्यवस्था यात्री निवास में की गई थी, जिसमें सभी भक्तों ने स्नेहपूर्वक भोजन ग्रहण किया। इस सेवा के माध्यम से धार्मिक आयोजन के साथ-साथ अतिथि सत्कार एवं सेवा भाव की परंपरा को भी साकार किया गया।
इस पावन अनुष्ठान में दिनेश कुमार जैन, निर्मला जैन ,चंद्रेश कुमार जैन, सुनीता जैन, गिन्नो देवी जैन, ललिता जैन विनोद कुमार जैन जयपुर, प्रफुल्ल जैन, प्रतीक्षा जैन, बेबी जैन, रमेश चंद जैन सरिता जैन, राकेश जैन डॉली जैन, राजीव जैन लक्ष्मी जैन, महेंद्र जैन सरला जैन, सुभाष जैन हेमलता जैन, अशोक जैन कविता जैन, प्रदीप जैन नीता जैन, संगीता जैन, संजय जैन, सीमा जैन, राजेश जैन, हिना जैन, मीनाक्षी जैन, दिविषा जैन सहित सैकड़ों श्रद्धालु सम्मिलित हुए। 
सिद्धचक्र विधान: आत्मकल्याण और विश्व शांति का दिव्य अनुष्ठान।
समापन अवसर पर आर्यिका दीक्षाश्री माताजी ने प्रवचन देते हुए कहा कि श्री सिद्धचक्र विधान न केवल आत्मकल्याण का मार्ग है, बल्कि विश्व शांति और समाज कल्याण के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस विधान से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, शांति और आध्यात्मिक समृद्धि का संचार होता है।
आयोजनकर्ताओं ने जताया आभार।
आयोजनकर्ता दिनेश कुमार जैन, चंद्रेश कुमार जैन एवं समस्त धर्म प्रेमी परिवार ने इस सफल आयोजन में सहयोग देने वाले सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे धार्मिक अनुष्ठान आत्मशुद्धि का अद्भुत माध्यम हैं और भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों को बढ़ावा दिया जाएगा।
इस प्रकार भक्तिभाव और आध्यात्मिक उल्लास से भरपूर श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का यह पावन अनुष्ठान भक्तिभाव और आध्यात्मिक उल्लास के साथ पूर्ण हुआ। श्रद्धालुओं ने प्रभु महावीर के चरणों में असीम श्रद्धा अर्पित कर इस दिव्य आयोजन को अपने जीवन का अविस्मरणीय क्षण बताया।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)